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अर्धांगिनी पर कविता

जो दुख में भी साथ देती है
जो मुश्किल हालत में साथ होती है
जो ना छोड़ती है साथ कभी
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
 
जो खुदका घर छोड़ देती है
पति के घर को अपना समझती है
जो रिश्तों को बखूबी निभाती है
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
 
जो आंख बंद कर पति पर विश्वास दिखाती है
तुम हर जंग जीतोगे भरोसा दिलाती है
जो सफलता की हकदार कहलाती है
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
जो हर वचनों को निभाती है
जो सारा जनम पति की बनकर रहती है
जो हाथ पकड़कर चलती है
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
 
जो कभी पत्नि बन जाती है
तो कभी बहू बन जाती है
जो दिलाती है हक पिता बनने का
उसे ही अर्धांगिनी कहते हैं।

Title: अर्धांगिनी पर कविता

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Gunwaan istri || punjabi poem

Gunwaan istri || punjabi poem



Hum karenge to teri badnami hogi || sad but true shayari

हम करेंगे तो तेरी बदनामी होगी
गलत सोच लिया की मुझसे तेरी गुलामी होगी
अच्छे लोगों की भी कर जाते हैं
बुरे लोगों की भी कर जाते हैं
पर यार तेरी नहीं मुझसे सलामी होगी
छोड़कर रकीब का हाथ
पकड़ सकती हो तुम अजीब का हाथ
तुझे कौन सा यार बेशर्मी होगी
हम नही कर सकते कुछ भी
हमरे लाए तो बात ये यार हरामी होगी🙃

Title: Hum karenge to teri badnami hogi || sad but true shayari