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गिरा तो फ़िर कभी,उठा ना मिला

गिरा तो फ़िर कभी,उठा ना मिला

बंदों का हुज़ूम था,खुदा ना मिला

ज़िस्म ना मिले,तो क्या हुआ यार

वो दिल से कभी, जुदा ना मिला

परिंदों के जैसा था, इश्क़ उसका

कोई वादा, कोई वास्ता ना मिला

ऐसे हुआ दिल पर,कब्ज़ा उसका

धड़कनों को भी, रास्ता ना मिला

उसके शाहपरस्त भी हैं,बादशाह

कोई भी पत्थर,तरास्ता ना मिला

Title: गिरा तो फ़िर कभी,उठा ना मिला

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


chup reh kar || hindi shayari || kavita

चुप रह कर, ये क़माल देखने लगा

उस शिकारी का,ज़ाल देखने लगा

उसने कहा, देखो आ गया समंदर

और मैं अपना, रुमाल देखने लगा

पहले उसने मेरा सर रखा,कंधे पर

फिर वो भीगे हुए,गाल देखने लगा

इसको नया इश्क़,मंज़ूर ही कहां है

दिल फिर पुराना,साल देखने लगा

याद आ गए,फिर उसके गाल मुझे

मैं होली में जब,गुलाल देखने लगा

और जब निवाला देकर,ली फोटो

मुस्कुरा के मैं, हड़ताल देखने लगा

Title: chup reh kar || hindi shayari || kavita


इस ग़म के सवेरे में || hindi shayari

इस ग़म के सवेरे में अजीब सा साया है,
दरवाज़े पर मेरे इक फकीर आया है,
उसे भूख है, मुझे अंधेरों ने खाया है,
जो था सब उसे नज़र कैसे ना करता,
वो मेरे लिए मुट्ठी भर रौशनी लाया है…🍂

Title: इस ग़म के सवेरे में || hindi shayari