मैं क्या कहूँ किसी से, मेरे अश्क कहते है मेरी दास्तान !
बाखुदा मेरी हर मंजिल का, इक तू ही तो है रास्ता!
Enjoy Every Movement of life!
मैं क्या कहूँ किसी से, मेरे अश्क कहते है मेरी दास्तान !
बाखुदा मेरी हर मंजिल का, इक तू ही तो है रास्ता!
Ek esa shaksh tha kiske pyar me meee bhi ghayal tha,
Arey tha kyu sunte ho adhuri ishq ki bate,
Tumhe to vahi ishq acha lagta hai jo pura ho,
Lekin vo ishq hi kya jo pura ho….