मैं क्या कहूँ किसी से, मेरे अश्क कहते है मेरी दास्तान !
बाखुदा मेरी हर मंजिल का, इक तू ही तो है रास्ता!
मैं क्या कहूँ किसी से, मेरे अश्क कहते है मेरी दास्तान !
बाखुदा मेरी हर मंजिल का, इक तू ही तो है रास्ता!
Kya galat fehmi mein reh jane ka sadma kuch nahi,
Vo mujhe samjha to sakta tha ke esa kuch nahi
Ishq se bach kar bhi banda kuch nahi hota magar
Ye bhi sach hai ishq mein bande ka bachta kuch nahi…..🖤🥀
क्या ग़लत-फ़हमी में रह जाने का सदमा कुछ नहीं,
वो मुझे समझा तो सकता था कि ऐसा कुछ नहीं
इश्क़ से बच कर भी बंदा कुछ नहीं होता मगर,
ये भी सच है इश्क़ में बंदे का बचता कुछ नहीं…. 🖤🥀
Hall ho sakdi c
Par ohne hall nhi kari
Mein khada c rubroo ho ke
Par ohne gall nhi kari
Ajj di ajj hi muka ditti
Ohne kade gall kall nhi kari
Nittre pani warga mijaz e ohda
Ohne kade kahli vich
Hall chal nhi Kari ✨
ਹੱਲ ਹੋ ਸਕਦੀ ਸੀ
ਪਰ ਉਹਨੇ ਹੱਲ ਨੀ ਕਰੀ
ਮੈਂ ਖੜਾ ਸੀ ਰੂਬਰੂ ਹੋਕੇ
ਪਰ ਉਹਨੇ ਗੱਲ ਨੀ ਕਰੀ
ਅਜ ਦੀ ਅੱਜ ਹੀ ਮੁੱਕਾ ਦਿੱਤੀ
ਉਹਨੇ ਕਦੇ ਗੱਲ ਕੱਲ ਨੀ ਕਰੀ
ਨਿੱਤਰੇ ਪਾਣੀ ਵਰਗਾ ਮਜਾਜ਼ ਐ ਉਹਦਾ
ਉਹਨੇ ਕਦੇ ਕਾਹਲੀ ਵਿੱਚ
ਹਲ ਚੱਲ ਨੀ ਕਰੀ✨