Skip to content

ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी || life shayari

कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,

फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,

एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी

हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,

मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
कमबख्त तूने,
वो हँसी और बोली- मैं जिंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।

Title: ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी || life shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Khaas nahi hai 2 lines

डर से ही सही पर
इस बात का एहसास हो गया
कि हम किसी के लिए
खास नहीं है

Title: Khaas nahi hai 2 lines


Ab na gila, na sikwa, na koi kahani hai, || Sad shayri

Ab na gila, na sikwa, na koi kahani hai,

Chhod diya parwah karna, jinko isse bhi pareshani hai.

Title: Ab na gila, na sikwa, na koi kahani hai, || Sad shayri