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अर्धांगिनी पर कविता

जो दुख में भी साथ देती है
जो मुश्किल हालत में साथ होती है
जो ना छोड़ती है साथ कभी
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
 
जो खुदका घर छोड़ देती है
पति के घर को अपना समझती है
जो रिश्तों को बखूबी निभाती है
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
 
जो आंख बंद कर पति पर विश्वास दिखाती है
तुम हर जंग जीतोगे भरोसा दिलाती है
जो सफलता की हकदार कहलाती है
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
जो हर वचनों को निभाती है
जो सारा जनम पति की बनकर रहती है
जो हाथ पकड़कर चलती है
उसे ही अर्धांगिनी कहते है।
 
जो कभी पत्नि बन जाती है
तो कभी बहू बन जाती है
जो दिलाती है हक पिता बनने का
उसे ही अर्धांगिनी कहते हैं।

Title: अर्धांगिनी पर कविता

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Chahat hi ban ke reh gai || 2 lines punjabi sad shayari

chahat si tainu paun di
chahat hi ban ke reh gai

ਚਾਹਤ ਸੀ ਤੈਨੂੰ ਪਾਉਣ ਦੀ
ਚਾਹਤ ਹੀ ਬਣ ਕੇ ਰਹਿ ਗਈ

Title: Chahat hi ban ke reh gai || 2 lines punjabi sad shayari


आदत हो गई है घुट-घुट कर मरने की

आँखों में जलन और सीने में गुबार है

झूठ की धुन्ध में दिखना बंद हो गया है

आदत हो गई है घुट-घुट कर मरने की

हवाओं में इतना ज़हर जो घुल गया है

Title: आदत हो गई है घुट-घुट कर मरने की