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हम दूर हैं तो क्या हुआ…..

दूरी हमारे प्यार की काबिलियत थोड़ी बया करेगी
बयां करेगी हमारी तड़प एक दूसरे
से इतना दूर रहने के बाद भी
बहुत ही तकदीर से मिला है तू
इतनी आसानी से नहीं जाने दूंगी
भले ही मिलो दूर रहेंगे
लेकिन एक दूसरे से मिलकर रहेंगे
थोड़ा हँसेंगे थोड़ा रोयेंगे लड़ेंगे झगड़ेंगे
लेकिन एक दूसरे से दूर कभी नहीं होएंगे
दूरिया अक्सर गलत फेमिया बना देती ही दो दिलो में
वो गलत फेमिया अक्सर लड़ाई का रूप ले लेती है
पर लड़ाई कहाँ नहीं होती किस रिस्ते में नहीं होती
सब जगह होती है और उन लड़ाईयों को
सुलझाया जाता हैन उलझाया नहीं
ये सफर आसान नहीं लेकिन मंजिल खूबसूरत है।
और जो चल पड़े हैं संग हर मंजिल को पा लेना है
सुनो वादा करो की मंजिल आने से पहले रुख नहीं मोड़ोगे
इस चेहरे की मुस्कान की वजह तुम हो ,
जिंदगी को खुशहाल बनाने की वजह तुम हो
तुम्हे अंदाज़ा भी नहीं की तुम अगर पीछे हटे
तो क्या लेकर हटोगे अपने जिस्म के अलावा
जब दो दिल जुड़ते हैं तो बहुत कुछ जुड़ जाता है
सिर्फ दिल ही नहीं मैं यही हु और हमेशा रहूँगा
बस तुम साथ निभाना। ….

Title: हम दूर हैं तो क्या हुआ…..

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


बड़ी मुश्किल है ये ज़िन्दगी || zindagi shayari

बड़ी मुश्किल है ये ज़िन्दगी….

यही तो गम है , जिसको संजोए रहता हूँ
जिनसे उम्मीद है , नाउम्मीद उन्हीं से रहता हूँ
कहनेको खुशियाँ हैं , दामन में बेशुमार मेरे
एक भी नहीं मिलती , जब दिल को टटोलता हूँ

कैसे साहिल तक , कश्ती को ले जाऊँ
टूट गया है सागर बीच , चप्पू मेरी नाव का
हवाएं संकेत देतीं हैं , आनेवाले तुफ़ा का
कहीं सपना अधूरा न रह जाए , किनारों का

बड़ी मुश्किल है ये ज़िन्दगी
लोग जाने यहाँ कैसे जीतें हैं
हमने तो जबभी सुकून ढ़ूंढ़ा
कशमकश के फ़साने मिलतें हैं

जरासी खुशी देकर , ज़िन्दगी लूट लेती है
अपने आकर्षण में फ़साके , गम खूब देती है
न रह पातें हैं , न निकल पातें हैं इससे
जाने कितनें जनमों का , ये हिसाब लेती है

कोई कुछ भी कहे , सभी इसी के मारें हैं
मरतें हैं कई बार , जीतें सांसों के सहारे हैं
इक दिन चुपके से चलेजातें हैं
क्या पाया क्या खोया , शुन्य में ये भी न जान पातें हैं

Title: बड़ी मुश्किल है ये ज़िन्दगी || zindagi shayari


Tum ab bhi mere dil mein rehti ho kya || love but sad shayari

Tum bhi meri trah ye dard sehti ho kya😶
Tum ab bhi meri ankhon se behti ho kya🤨
Mein ab bas rab ki ibadat karta hu❤️
Tum bhi ab mujhe bewafa kehti ho kya😑
Ye adhi raat mein mere aansu kyu nikal aaye💔
Tum ab bhi mere dil mein rehti ho kya🙃

तुम भी मेरी तरहा ये दर्द सहती हो क्या😶
तुम अब भी मेरी आखों से बहती हो क्या🤨
मैं अब बस रब की इबादत करता हूं❤️
तुम भी अब मुझे बेवफा कहती हो क्या😑
ये आधी रात में मेरे आसूं क्यों निकल आए💔
तुम अब भी मेरे दिल में रहती हो क्या🙃

Title: Tum ab bhi mere dil mein rehti ho kya || love but sad shayari