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Jaan deewani teri || love shayari || Punjabi status

Gaur taan kar lai kamli te
Hoyi jaan deewani teri e..!!
Tere piche rul gyi zind masum
Tenu fikar Zara na meri e..!!

ਗੌਰ ਤਾਂ ਕਰ ਲੈ ਕਮਲੀ ‘ਤੇ
ਹੋਈ ਜਾਨ ਦੀਵਾਨੀ ਤੇਰੀ ਏ..!!
ਤੇਰੇ ਪਿੱਛੇ ਰੁਲ ਗਈ ਜ਼ਿੰਦ ਮਾਸੂਮ
ਤੈਨੂੰ ਫ਼ਿਕਰ ਜ਼ਰਾ ਨਾ ਮੇਰੀ ਏ..!!

Title: Jaan deewani teri || love shayari || Punjabi status

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


uski woh masoom si aankhe

उसकी वो मासूम सी आंखें, कभी-कभी मुझे झूठी सी लगती हैं..
उसकी वो सोच कर बनाई हुई बातें, अक्सर मुझे टूटी सी लगती हैं..
कभी मेरी नाराज़गी पर मुस्कुराती है, कभी प्यार पर रूठी सी लगती है..
कभी उसकी मामूली से हरकत भी मुझे, अनूठी सी लगती है..
कभी उसकी झुकी पलकों में इश्क होता है, कभी उठी सी लगती हैं..
उसके प्यार पर शक नहीं मुझे, फिर भी ना जाने क्यूं, झूठी सी लगती है..

heart rated 💔

Title: uski woh masoom si aankhe


Adhoor ishq || hindi love poetry || shayari

यह अधूरा इश्क कब पूरा होगा
होगा भी जा अधूरा रहेगा
ना तुम आए ना पैगाम आया
तुम्हरे पैगाम का कब तक 
इंतजार रहेगा
कौन सी जगह है वोह 
जहा पर वोह सो गया
ना जाने कौन सी वोह गालियां है
जिस शहर की गलियों में खो गया

हम गलियों मै देख आए
ना गलियों मै वोह मिला
हम बात उसकी कर रहे
हमें छोड़ कर जो गया 
नाजने कौन सी वोह गालियां है
जिस शहर की गलियों में खो गया

हम पहचान बताते हैं उसकी
सफेद रंग और काले घने बाल है।
कहां रहते हैं वोह कोनसे गांव और शहर में
एकेले थे जा कोई नाल है।
काले रंग की पेंट और कमीज़ पहनते है।
एक हाथ मै डायरी और एक हाथ
मे कलम पकड़ कर रखते हैं।
उनकी चाहत सबसे ज्यादा डायरी से
और वोह डायरी को
सिने से जकड़ कर रखते है।
उनका नाम है हर्ष
जो शायरी करते थे
अब तो नाम उनका गुमनाम सा हो गया
ना जाने कौन सी वोह गालियां है
जिस शहर की गलियों में खो गया।

Title: Adhoor ishq || hindi love poetry || shayari