Hauli hauli taa bhulawange
dil vch nikaalna kise nu saukha kam thodi aa
ਹੋਲੀ ਹੋਲੀ ਤਾਂ ਭੁਲਾਵਾਂਗੇ
ਦਿਲ ਵਿਚ ਨਿਕਾਲਨਾ ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਸੋਖਾ ਕਾਂਮ ਥੋਡ਼ੀ ਹਾਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
Hauli hauli taa bhulawange
dil vch nikaalna kise nu saukha kam thodi aa
ਹੋਲੀ ਹੋਲੀ ਤਾਂ ਭੁਲਾਵਾਂਗੇ
ਦਿਲ ਵਿਚ ਨਿਕਾਲਨਾ ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਸੋਖਾ ਕਾਂਮ ਥੋਡ਼ੀ ਹਾਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बेचैन,
ठोकरें बहुत है राह में,बीत गए वो दिन रैन,
सोचा ना था यूं सौदा करूंगा,
बूंदों सी बारिश में प्यासा चलूंगा,
पसीने से तर है दामन मेरा
कैसे बायां करूं हाल ए दिल अपना के,
कैसे भीगते हैं मेरे नैन,
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बेचैन,
शाम भी बीत गई, सूरज भी ढल गया,
रास्तों पर निकला तो वक्त भी बदल गया,
ठोकरें बहुत खाई अब थोड़ा संभाल गया,
किससे कहूं फिर भी भीगते हैं मेरे नैन,
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बैचेन,
मेरा हिस्सा था जिनमें कुछ लम्हे चुरा लाया हूं,
हर कदम के साथ कुछ करीब आया हूं,
किनारों पर समेटकर कुछ लेहरें लाया हूं,
दो पल ही सही वापस आए वो दिन रैन,
मै ही हूं वो मुसाफिर, मै ही था बेचैन…