Tere jaan ton baad kaun rokda dil nu
ji bhar k barbaad kita is dil ne mainu
ਤੇਰੇ ਜਾਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕੌਣ ਰੋਕਦਾ ਦਿਲ ਨੂੰ
ਜੀ ਭਰ ਕੇ ਬਰਬਾਦ ਕੀਤਾ ਇਸ ਦਿਲ ਨੇ ਮੈਨੂੰ
Tere jaan ton baad kaun rokda dil nu
ji bhar k barbaad kita is dil ne mainu
ਤੇਰੇ ਜਾਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕੌਣ ਰੋਕਦਾ ਦਿਲ ਨੂੰ
ਜੀ ਭਰ ਕੇ ਬਰਬਾਦ ਕੀਤਾ ਇਸ ਦਿਲ ਨੇ ਮੈਨੂੰ
ये साफ सफाई की बात नहीं, कोरोना ने लिखी खत।
इधर उधर थुकना मत।
…………………………………………..
गंगा की गोद में चलती है नाव, मृत शरीर भी।
समय का गोद में खिलती है सभ्यता और जंगली जानवर का अँधा बिस्वास भी।
……………………………………………
बचपन मासूम कली।
फल बनना और बड़ा होना- काला दाग में अशुद्ध कलि।
…………………………………………….
कीचड़ में भी कमल खिलता है।
अच्छे घर में भी बिगड़ा हुआ बच्चा पैदा होते है।
………………………………………………
इंसान का अकाल नहीं, इंसानियत की अकाल है।
डॉक्टर (सेवा) के अकाल नहीं, वैक्सीन (व्यवस्था) का अकाल है।
………………………………………………….
कुत्ते समझते है के कौन इंसान और कौन जानवर है।
बो इंसान को देख के पूंछ हिलाते है और जानवर को देख के भूँकते है।
………………………………………………………
जीविका से प्यारा है जिंदगी।
अगर साँस बंद है तो कैसे समझेंगे रोटी की कमी।
बाहर से दिख ने में कुछ पता नहीं चलता।
पानी के अंदर में धारा का प्रवाह बहता।
……………………………………………….
वोट देते हैं लोगों, लेकिन विजेता नेता।
नेता बनते है महान, सिर्फ आम ही रहे जाते हैं जनता।
………………………………………………………………
कवि बुद्धिजीवी और बुद्धिमान दोनों ही होते।
बहुत सारे बुद्धिजीवी बुद्धिमान नहीं हैं और बहुत बुद्धिमान भी बुद्धिजीवी हो नहीं पाते।
……………………………………………………………………………..
कोविशिल्ड और कोवैक्सीन में सिर्फ नाम का अंतर।
सब इंसान एक हैं, अलग हैं व्यवहार।
…………………………………………………………………………….
बारिश हो रही है, होने दो।
इंसान दुखी है, रोने दो।
……………………………………………………………………………
जिंदगी का मतलब हर वक्त पर दर्द को सम्हालना।
दवा और मलहम नियति की हात का खिलौना।
………………………………………………………………………….
दिल की बात रखो दिल में।
दूसरे जानकर मजा लेंगे और दिल जलेगी आग में।
………………………………………………………………………………
भूख जिसे चोरी करना सिखाया, वो बेकसूर है।
असली चोर तो वो है, जो ज्यादा खा के भी लालच करता है।
……………………………………………………………………………..
कुत्ते के साथ मुँह मत लगाना।
गंदे के मुँह मत देखना।
……………………………………………………………………………..
घने बादल हमेशा बारिश नहीं लाते।
कभी कभी ख़ुशी में भी गम नहीं जाते।
………………………………………………………………………….
अगर औरत की साथ प्यार हो तो वो रोमांस है।
लेकिन कोई मर्द का साथ प्यार हो ना ओफ्फेंस है।
…………………………………………………………………………….
सब दोस्ती प्यार नहीं बनते।
सब रिश्ते रिश्तेदार भी नहीं लाते।
……………………………………………………………………………
पागलखाने में पागल नहीं रहते।
पागलपन सब के दिमाग में, मानसिक इसे ही कहते।
……………………………………………………………………………
पूजा जितना भी करो, मंत्र हज़ार बार पढ़ो, भगवान खुश नहीं।
लोकतंत्र की पुजारी ही असली पुजारी, सच यही।
…………………………………………………………………………..
चादर में सोए रहो या बिस्तर पर, नींद होनी चाहिए।
दिल से प्यार करो या दिमाग से, आस्था होनी चाहिए।
…………………………………………………………………………..
पहाड़ से नदी निकलती है और मिलती है सागर में।
पत्थर गतिरोधक, नदी जीवन की गति और समुद्र नियति है।
……………………………………………………………………………..