
I wipe my own tears when i’m at my lowest

ईद के ख़ास मौक़े पर कोई ख़ुदाई से मिले,
दुश्मन – दुश्मन से मिले भाई – भाई से मिले
दुनियां वालों तुम्हें क्यों जलन होती है अग़र,
मुस्लिम सीख़ से मिले या सीख़ ईसाई से मिले
उस बंटवारे को अल्लाह भी क़बूल नहीं कर्ता,
जो हिस्सा इंसानों को ख़ून की लड़ाई से मिले
ग़ले ज़रूर मिलो मग़र ग़ला काटने के लिए नहीं,
क़ल को क्या पता किसका वक़्त जा बुराई से मिले
ये शायर तेरा आशिक़ है एक ही बात कहता है
हमसे जब भी जो भी मिले दिल की गहराई से मिले
Pyar tera asi jad v mehsus kariye
Rahat mile dila de dard gehre nu..!!
Tera khyl sukun de jnda e
Mere udaas hoye es chehre nu..!!
ਪਿਆਰ ਤੇਰਾ ਅਸੀਂ ਜਦ ਵੀ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰੀਏ
ਰਾਹਤ ਮਿਲੇ ਦਿਲਾਂ ਦੇ ਦਰਦ ਗਹਿਰੇ ਨੂੰ..!!
ਤੇਰਾ ਖ਼ਿਆਲ ਸੁਕੂਨ ਦੇ ਜਾਂਦਾ ਏ
ਮੇਰੇ ਉਦਾਸ ਹੋਏ ਇਸ ਚਿਹਰੇ ਨੂੰ..!!