बिन तेरे जिने मे क्या राखा है ,
अब खोने को कुछ बाकि नही राखा है !
जिंदा हु सिर्फ तुझे पाने के लिऐ ,
वरना जहर पीने मे क्या राखा है !
😊
बिन तेरे जिने मे क्या राखा है ,
अब खोने को कुछ बाकि नही राखा है !
जिंदा हु सिर्फ तुझे पाने के लिऐ ,
वरना जहर पीने मे क्या राखा है !
😊
काश,जिंदगी सचमुच किताब होती
पढ़ सकता मैं कि आगे क्या होगा?
क्या पाऊँगा मैं और क्या दिल खोयेगा?
कब थोड़ी खुशी मिलेगी, कब दिल रोयेगा?
काश जिदंगी सचमुच किताब होती,
फाड़ सकता मैं उन लम्हों को
जिन्होने मुझे रुलाया है..
जोड़ता कुछ पन्ने जिनकी यादों ने मुझे हँसाया है…
खोया और कितना पाया है?
हिसाब तो लगा पाता कितना
काश जिदंगी सचमुच किताब होती,
वक्त से आँखें चुराकर पीछे चला जाता..
टूटे सपनों को फिर से अरमानों से सजाता
कुछ पल के लिये मैं भी मुस्कुराता,
काश, जिदंगी सचमुच किताब होती।
Tere angaan di khushbu nu
main sadaa lai sahaan vich vsaa lyaa
te ehna naina de motiyaan nu lafzaan vich pro k
dil di dhadkan bna lya
ਤੇਰੇ ਅੰਗਾਂ ਦੀ ਖੁਸ਼ਬੂ ਨੂੰ
ਮੈਂ ਸਦਾ ਲਈ ਸਾਹਾਂ ਵਿੱਚ ਵਸਾ ਲਿਆ
ਤੇ ਇਹਨਾਂ ਨੈਣਾਂ ਦੇ ਮੋਤੀਆਂ ਨੂੰ
ਲਫਜ਼ਾਂ ਵਿੱਚ ਪਰੋ ਕੇ
ਦਿਲ ਦੀ ਧੜਕਨ ਬਣਾ ਲਿਆ