मैं हकीकत लिखूं या फसाना लिखूं,
उसको ना देखने का बहाना लिखूं,
बेतहाशा अगर है मोहब्बत उसे ,
नाम उसके मैं एक जिंदगानी लिखूं।
🙈❤️😘
Enjoy Every Movement of life!
मैं हकीकत लिखूं या फसाना लिखूं,
उसको ना देखने का बहाना लिखूं,
बेतहाशा अगर है मोहब्बत उसे ,
नाम उसके मैं एक जिंदगानी लिखूं।
🙈❤️😘
Darr -darr k hun dill ne rehana sikh leya
Kisi nu piyar kr de aa pr chup rehana shik leya
Chandani bhi uske samne fiki pad jaye
Suraj ki roshni bhi uske samne halki pad jaye
Kya kru e galib uske chehre pr Noor hi aisa h
uski tareef m har alfaaz kam pd jaye 😍
चांदनी भी उसके सामने फीकी पड़ जाए
सूरज की रोशनी भी उसके सामने हल्की पड़ जाए
क्या करूँ ए ग़ालिब उसके चेहरे पर नूर ही ऐसा है
उसकी तारीफ में हर अल्फ़ाज़ कम पड़ जाए😍