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ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी || zindagi shayari

कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,

फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,

एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी

हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,

मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
कमबख्त तूने,
वो हँसी और बोली- मैं जिंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।

Title: ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी || zindagi shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Zindagi ka mukaam || hindi shayari || two line shayari

Har zindagi ke akhir mein yahi mukam aaya hai,
Shaakh se toot kar patta bikharne ke kaam aaya hai🙃

हर ज़िन्दगी के आखिर में यही मुक़ाम आया है,
शाख से टूटकर पत्ता बिखरने के काम आया है🙃

Title: Zindagi ka mukaam || hindi shayari || two line shayari


उलझा कर रख दिया

मुझे इश्क में उलझा कर रख दिया

एक लड़की ने पागल बना कर रख दिया

कभी मिली नही ……ना मिलने की आस बाकी है

बस दुआ है ऊसके लिए…..अब ना प्यार बाकी है

हमको ख्वाबी दुनिया मै उलझा कर रख दिया

ना संभले किसे से वो आशिक बना कर रख दिया

एक लड़की ने पागल बना कर रख दिया…

Title: उलझा कर रख दिया