जिंदगी के सफर में हर शख्स अपना सा मालूम होता है
जब तलक किसी से कोई उम्मीद की डोर ना बांधी जाए..
कड़ी धूप हो या हो शीतकाल,
हल चलाकर न होता बेहाल.
रिमझिम करता होगा सवेरा,
इसी आस में न रोकता चाल.
खेती बाड़ी में जुटाता ईमान,
महान पुरूष हैं, है वो किसान.
छोटे-छोटे से बीज बोता,
वही एक बड़ा खेत होता.
जिसकी दरकार होती उसे,
बोकर उसे वह तभी सोता.
खेतो का कण-कण हैं जिसकी जान,
महान पुरूष है, है वो किसान.
तरुण चौधरी
Dil❤️ nu bakhubi ne jachiyan😍 jehiyan..!!
Saahan de vich👉 jiwe rachiyan😇 jehiyan..!!
Samjhi na❌ doran ne kachiyan jehiyan😒..!!
Mohobbtan ne💖 tere naal sachiyan jehiyan😘..!!
ਦਿਲ ❤️ਨੂੰ ਬਾਖੂਬੀ ਨੇ ਜੱਚੀਆਂ 😍ਜਿਹੀਆਂ..!!
ਸਾਹਾਂ ਦੇ ਵਿੱਚ 👉ਜਿਵੇਂ ਰਚੀਆਂ 😇ਜਿਹੀਆਂ..!!
ਸਮਝੀਂ ਨਾ ❌ਡੋਰਾਂ ਨੇ ਕੱਚੀਆਂ ਜਿਹੀਆਂ😒..!!
ਮੋਹੁੱਬਤਾਂ ਨੇ💖 ਤੇਰੇ ਨਾਲ ਸੱਚੀਆਂ ਜਿਹੀਆਂ😘..!!