हदें शहर से निकली तो गांव गांव चली
कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली
सफर में धूप का हुआ तो तजुर्बा हुआ
वो जिंदगी ही क्या जो छांव-छांव चली
हदें शहर से निकली तो गांव गांव चली
कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली
सफर में धूप का हुआ तो तजुर्बा हुआ
वो जिंदगी ही क्या जो छांव-छांव चली
Akhiyan ne udeekan ch raah Jo takkeya😊
Akhiyan di nind raat khoh ke lai gyi☹️..!!
Akhiyan Jo deed kitti teri sajjna😍
Tenu takne di akhiyan nu aadat pai gyi🙈..!!
ਅੱਖੀਆਂ ਨੇ ਉਡੀਕਾਂ ‘ਚ ਰਾਹ ਜੋ ਤੱਕਿਆ😊
ਅੱਖੀਆਂ ਦੀ ਨੀਂਦ ਰਾਤ ਖੋਹ ਕੇ ਲੈ ਗਈ☹️..!!
ਅੱਖੀਆਂ ਜੋ ਦੀਦ ਕੀਤੀ ਤੇਰੀ ਸੱਜਣਾ😍
ਤੈਨੂੰ ਤੱਕਣੇ ਦੀ ਅੱਖੀਆਂ ਨੂੰ ਆਦਤ ਪੈ ਗਈ🙈..!!
मैं क्या कहूँ किसी से, मेरे अश्क कहते है मेरी दास्तान !
बाखुदा मेरी हर मंजिल का, इक तू ही तो है रास्ता!