मेरी तकलीफ़ किसने जानी,
वो अपने में मगरूर था,
दर्द ना दिखा उसे मेरा,
वो दूसरों में खोया था।
Well done is better than well said
मेरी तकलीफ़ किसने जानी,
वो अपने में मगरूर था,
दर्द ना दिखा उसे मेरा,
वो दूसरों में खोया था।
Kuch lamho me waqt simat sa jata hai….
vo lamhe sukoon ban jaate hai….
fr kyu jb vo sukoon door hojata hai toh ye waqt guzarne ka naam nhi leta. …
कुछ लम्हों में वक़्त सिमट सा जाता है
वो लम्हे सुकून बन जाते हैं
फिर क्यों जब वो सुकून दूर हो जाता है तो ये वक़्त गुज़रने का नाम नहीं लेता…
Je krr dende izhaar pyaar da taan shyd ajj enna ronde naa
Jinu bina paaye hi khoya si mai shyd ohnu kde khonde naa