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PicsArt_02-23-04.55.22

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Title: PicsArt_02-23-04.55.22

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


zindagi tujhe jeene ki || zindagi shayari

जिंदगी तुझे  जीने की साझीश जारी है 

हर लम्हे मे दर्द है और दर्द से अपनी यारी है 

कुछ न देके भी भोत कुछ दिया है तूने 

एसिलिए तू कही न कही हमको प्यारी है  । 

नुकसान भरा नहीं पिछली बरबादी का 

फिर एक दफा तुझे  सवारने की तयारी है 

जिंदगी तुझे  ज़ीने की साझीश जारी है । 

हर दिन आके झँझोड़ जाती है तू 

जैसे सदियों से तेरी हमपे उधारी है 

तू साथ दे या न दे हमारा

लेकिन तुजे जीने की ज़िद्द दिल मे उतारी है 

जिंदगी तुझे  जीने की साझीश जारी है । 

वक्त का खामोशी से गुजारना ओर धडकनों का यूं शोर मचाना 

एह जिंदगी तू ही बता ये कैसी बेकरारी है 

लौट आए जो वो पुराने लोग 

तो पुछू  आखिरी कैसे उन्होने उन्होने जिंदगी गुजारी है 

जिंदगी तुझे  जीने की साझीश जारी है ।

उम्मीद है तू साथ चलेगी मेरे 

खवाबों से भरी हाथ मे मेरे पिटारी है 

पूरे हो या न हो ये किस्मत का खेल है 

पर जिंदगी तुझे जीने की जंग जारी है । 

                                                  ……….. अजय कुमार । 

Title: zindagi tujhe jeene ki || zindagi shayari


मेरे आंसुओ का मुकाबला || hindi shayari dard

मेरे प्यार की तपिश के आगे यह सूरज भी ठंडा है,

मेरे आंसुओ का मुकाबला यह बरसात क्या करेगी ।

तुझे पाने की चाहत में, हम सब कुछ खोते चले गए,

मगर फिर भी ऐ मेरे हमनशी, तुम दुर होते चले गए,

अब इससे ज्यादा मेरे हाल को बेहाल क्या करेगी,

मेरे प्यार की तपिश के आगे यह सूरज भी ठंडा है,

मेरे आंसुओ का मुकाबला यह बरसात क्या करेगी ।

मिल गया था मैं तुझे बिन मांगे, तुम कदर भी मेरी क्या करते ,

तुम रूठते हम मना लेते, मगर बदल ही गए हम क्या करते,

मैं लेटू नींद ना आये मुझे,  तु भी रात को तारे गिना करेगी,

मेरे प्यार की तपिश के आगे यह सूरज भी ठंडा है,

मेरे आंसुओ का मुकाबला यह बरसात क्या करेगी ।

मैने खूद को ना ऐसे चाहा कभी,  जैसे तुझको चाहते चले गए,

मैने देखा खुद को खोते हुए, बस तेरे होते चले गए,

मैंं इतना दूर चला जाऊं, तु घूट घूट आंहे भरा करेगी,

मेरे प्यार की तपिश के आगे यह सूरज भी ठंडा है,

मेरे आंसुओ का मुकाबला यह बरसात क्या करेगी ।

मैने खुदा से ऐसे मांगा उसे, मैं जीता,  किस्मत हार गई,

यह “रमन” की महोब्बत की कविता थी, कोई जिस्मो का व्यापार नहीं,

तेरे पीछे खुद को फ़ना कर दू, मेरे गीत भी दुनिया गाया करेगी,

मेरे प्यार की तपिश के आगे यह सूरज भी ठंडा है,

मेरे आंसुओ का मुकाबला यह बरसात क्या करेगी ।

Rami_

Title: मेरे आंसुओ का मुकाबला || hindi shayari dard