Mukaddar mein mohobbat na likhi ho,
Khuda ne esi kahi kismat na likhi ho
Vo aaye mile aur kho jaye kahi
Zindagi mein esi haqeeqat na likhi ho🙏
मुकद्दर में मुहब्बत ना लिखी हो,
खुदा ने एसी कही क़िस्मत ना लिखी हो,
वो आए मिले और खों जाए कही,
ज़िन्दगी मे एसी हकीकत ना लिखी हो।🙏
बिछड़ के मुझसे, इन गलियों में कितनी दूर जाओगे...
परवानों की बस्ती है, जहां जाओगे मुझे हर जगह पाओगे...
गुज़रा पल, मीठी बातें और वो हसीन शामें सब बुलाते हैं तुम्हे...
इक झूठ ही सही बस कहदो के तुम कल आओगे,
इंतज़ार करना पसंद नहीं पर, मेरी नज़रें राहों पर टिकी हैं...
पता है मुझे रास्ता बदल गया तुम्हारा लेकिन, दिलासा दिए बैठा हूं के तुम कल आओगे...