Dil ki baate dil me hi reh gyi
Mulaaqaat na hui harr baat adhoori reh gyi..💔
दिल की बातें दिल में ही रह गई
मुलाक़ात न हुई हर बात अधूरी रह गई।। 💔
Dil ki baate dil me hi reh gyi
Mulaaqaat na hui harr baat adhoori reh gyi..💔
दिल की बातें दिल में ही रह गई
मुलाक़ात न हुई हर बात अधूरी रह गई।। 💔
मंजिल तो मिल ही जाएगी भटकते ही सही
गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं
चलो ना आज तुम्हें एक गज़ल सुनाती हूं।
गज़ल के साथ कुछ और भी बताती हूं ।
भरोसा करने से ज्यादा उसे निभाना सिखाती हूं।
साथ ही अपनी जिंदगी बताती हूं❤️
समझ सका ना कोई मुझे तुम्हें समझाती हूं ।
चलो कुछ पुरानी यादें तुम पे लुटती हूं ।
मंजिल तो सुहानी होती है।
सफर कैसा होता है तुम्हें रूबरू कराती हूं।
सब्र करना मुश्किल था लेकिन अब सब सह जाती हूं।
चलो तुम्हें अपनी जिंदगी का आज हिस्सा बनाती हूं।
Manisha ❤️Mann ✍️