मुर्शिद आज चराग़-ए-ग़म जलाऊँगा मैं
आज रात भर रात का दिल दुखाऊँगा मैं
आज किताब-ए-मुहब्बत के साथ साथ
तेरी निशानियों को भी आग लगाऊँगा मैं
ऐ सितमगर एहतियात-ए-हिजाब करना
अब फ़क़त तुझपे ही क़लम उठाऊँगा मैं
मुर्शिद आज चराग़-ए-ग़म जलाऊँगा मैं
आज रात भर रात का दिल दुखाऊँगा मैं
आज किताब-ए-मुहब्बत के साथ साथ
तेरी निशानियों को भी आग लगाऊँगा मैं
ऐ सितमगर एहतियात-ए-हिजाब करना
अब फ़क़त तुझपे ही क़लम उठाऊँगा मैं
Log humse puchte he ki hum apko “aap” kehkar kyu pukarte he
Ab kya bataye unhe
“Tum” kehkar pukarna bhale hi khaas he
Lekin “aap” mein toh apnepan ka ehsaas he ❤
लोग हमसे पूछते हैं कि हम आपको “आप” कहकर क्यों पुकारते हैं
अब क्या बताएं उन्हें
“तुम” कहकर पुकारना भले ही खास है
लेकिन “आप” में तो अपनेपन का एहसास है ❤️
How to impress a girl:
respect her,
honor her,
love her,
protect her,
care for her,how to impress boy
.
.
.
.
.
.
just a smile 🙂 (game over)