Kbhi kbhi raste rukne ke hote h
Kon kehta h piche mud ke na dekh
Piche mud nazar utha
Un chehron ko dekh jinme jhuriya jhalak rahi h
Ankhen Taras rahi h
Sicha h jisne tujhe Umar bhar
Woh hath uth rahi h
Dil mein bas jiske dua h
Woh paaon badh rahi h
Tham le hath un Kapti hathon ka
Jo tujhe banane ke liye khud ko Khote h
Kbhi kbhi raste mudne ke hote h
Kbhi kbhi raste rukne ke hote h
Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status
मंजिल अभी दूर है || hindi shayari || manzil shayari
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बेचैन,
ठोकरें बहुत है राह में,बीत गए वो दिन रैन,
सोचा ना था यूं सौदा करूंगा,
बूंदों सी बारिश में प्यासा चलूंगा,
पसीने से तर है दामन मेरा
कैसे बायां करूं हाल ए दिल अपना के,
कैसे भीगते हैं मेरे नैन,
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बेचैन,
शाम भी बीत गई, सूरज भी ढल गया,
रास्तों पर निकला तो वक्त भी बदल गया,
ठोकरें बहुत खाई अब थोड़ा संभाल गया,
किससे कहूं फिर भी भीगते हैं मेरे नैन,
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बैचेन,
मेरा हिस्सा था जिनमें कुछ लम्हे चुरा लाया हूं,
हर कदम के साथ कुछ करीब आया हूं,
किनारों पर समेटकर कुछ लेहरें लाया हूं,
दो पल ही सही वापस आए वो दिन रैन,
मै ही हूं वो मुसाफिर, मै ही था बेचैन…
Title: मंजिल अभी दूर है || hindi shayari || manzil shayari
JAGNA V KABAAL || Dil Di Shayari