
Asool-e-ishq ke tere bin koi hor nhi takkna..!!

Chal jag nu dikha mna mereya khushiyan
Dhur andar gam hazar rakhiye..!!
Dil vich gehriyan udaasiyan luko ke
Chehre te haase barkrar rakhiye..!!
ਚੱਲ ਜੱਗ ਨੂੰ ਦਿਖਾ ਮਨਾਂ ਮੇਰਿਆ ਖੁਸ਼ੀਆਂ
ਧੁਰ ਅੰਦਰ ਗ਼ਮ ਹਜ਼ਾਰ ਰੱਖੀਏ..!!
ਦਿਲ ਵਿੱਚ ਗਹਿਰੀਆਂ ਉਦਾਸੀਆਂ ਲੁਕਾ ਕੇ
ਚਹਿਰੇ ‘ਤੇ ਹਾਸੇ ਬਰਕਰਾਰ ਰੱਖੀਏ..!!
देखा है दुनिया का दस्तूर उसने,
वो किसी की भी सुनता नहीं है...
लगा देता है अदालत चलती राहों में,
उसके दुश्मन भी चुनता वहीं है...
सही है ?
क्या दुनिया से नज़रें मिला कर चलना,
जीना है आज तो रास्ता बस यही है...
छोड़ आया था दोस्तों का काफिला पीछे, मुड़ कर देखा तो सारे दुश्मन वहीं है...