
likhtey likhtey yeh
mukaam paa liyaa
mai gir gya zameen par
aur tune asmaan paa liya
एक दिन जिंदगी ऐसे मुकाम पर पहुँच जाएँगी
दोस्ती तो सिर्फ़ यादों में ही रह जाएँगी
हर बात दोस्तों की याद दिलायेंगी
और हँसते हँसते फिर आँख नम हो जाएँगी
ऑफिस के रूम में क्लासरूम नज़र आएँगी
पैसे तो बहोत होगा
लेकिन खर्चा करने के लम्हें कम हो जायेंगें
जी लेंगे खुल के इस पल को मेरे दोस्त
क्यूँ के जिंदगी इस पल को फिर से नहीँ दोहराएँगी
saal ho gya tainu dekhe bina
pata ni tu kive hona
tu taa chhad gya c ikalla mainu
kehnde loki likhiyaa hunda aashq di kismat ch kalla rona
ਸਾਲ ਹੋ ਗਿਆ ਤੈਨੂੰ ਦੇਖੇਂ ਬਿਨਾ
ਪਤਾ ਨੀ ਤੂੰ ਕਿਦਾਂ ਹੋਣਾ
ਤੂੰ ਤਾ ਛੱਡ ਗਿਆ ਸੀ ਇਕੱਲਾ ਮੈਨੂੰ
ਕੇਹਂਦੇ ਲੋਕੀਂ ਲਿਖਿਆ ਹੂੰਦਾ ਆਸ਼ਕ ਦੀ ਕਿਸਮਤ ਚ ਕਲਾਂ ਰੋਣਾ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷