
ਨਾ ਸਹਿ ਹੁੰਦਾ ਏ
ਨਾ ਰਹਿ ਹੁੰਦਾ ਏ
ਨਾ ਹੀ ਉਸਨੂੰ ਕੁਝ ਕਹਿ ਹੁੰਦਾ ਏ..!!
शायरी लिखना उन्होंने शुरू किया,
हमें तो कविताओं का शौक था।
कलाकार वो खुद को कहते थे,
हमे तो उनकी कलाओं का शौक था
Zulf suljhane mein mashroof unhe paya to kaha
Meri kismat bhi sawaro kabhi balon ki trah🙈
ज़ुल्फ़ सुलझाने में मसरूफ उन्हे पाया तो कहा
मेरी किस्मत भी सँवारो कभी बालों की तराह🙈
Rekhta Pataulvi