दवा असर न करे तो नजर उतारती है
दुनिया के उसूलों से कब वो हारती है
क्या लिखूं “”मां”” के लिए उसने खुद मुझे लिखा है
खुदा को देखने की कब चाह है उसका स्वरूप हमेशा मेरी मां में दिखा है💞
Well done is better than well said
दवा असर न करे तो नजर उतारती है
दुनिया के उसूलों से कब वो हारती है
क्या लिखूं “”मां”” के लिए उसने खुद मुझे लिखा है
खुदा को देखने की कब चाह है उसका स्वरूप हमेशा मेरी मां में दिखा है💞
Tu aaya nhi .. intzar h mujhe tera ..
Ki kbhi na kbhi tu aayega..ye yakin h mera ..
Tu chahe kitna bhi door chla Jaa mujhse…
Pr apne ehsaso ko kese chhupaega khudse..
Na kr tu ab meri fikr ..khush reh jaha tu h..
Aaj bhi meri duaon me bs tu hi tu h ..