zindagi mein jab bhi bharosa kiya toh tod diya. ,😞
Mohabbat ki toh Dhoka diya 💔
zindagi mein jab bhi bharosa kiya toh tod diya. ,😞
Mohabbat ki toh Dhoka diya 💔
Tenu kiwe bhulawa ‘maa’ mein tere karke aa,,
Sab rishte jhuthe ne ek sacha rishta Tera ‘maa’,,
Ajjkal har riste ch wadh gya swarth,,
Ikk tera rista nirswarth meri ‘maa’…❤️
ਤੈਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਭੁਲਾਵਾਂ ‘ਮਾਂ’ ਮੈਂ ਤੇਰੇ ਕਰਕੇ ਹਾਂ„
ਸੱਭ ਰਿਸ਼ਤੇ ਝੂਠੇ ਨੇ ਇਕ ਸੱਚਾ ਰਿਸ਼ਤਾ ਤੇਰਾ ‘ਮਾਂ’„
ਅੱਜਕਲ੍ਹ ਹਰ ਰਿਸ਼ਤੇ ‘ਚ ਵੜ ਗਿਆ ਸੁਆਰਥ„
ਇਕ ਤੇਰਾ ਰਿਸ਼ਤਾ ਨਿਰਸੁਆਰਥ ਮੇਰੀ ‘ਮਾਂ’..❤️
“सोचता हूँ, के कमी रह गई शायद कुछ या
जितना था वो काफी ना था,
नहीं समझ पाया तो समझा दिया होता
या जितना समझ पाया वो काफी ना था,
शिकायत थी तुम्हारी के तुम जताते नहीं
प्यार है तो कभी जमाने को बताते क्यों नहीं,
अरे मुह्हबत की क्या मैं नुमाईश करता
मेरे आँखों में जितना तुम्हें नजर आया,
क्या वो काफी नहीं था I
सोचता हूँ के क्या कमी रह गई,
क्या जितना था वो काफी नहीं था
“सोचता हूँ कभी पन्नों पर उतार लूँ उन्हें I
उनके मुँह से निकले सारे अल्फाजों को याद कर लूँ कभी I
ऐसी क्या मज़बूरी होगी उनकी की हम याद नहीं आते I
सोचता हूँ तोहफा भेज कर अपनी याद दिला दूँ कभी I
सोचता हूँ कभी पन्नों पर उतार लूँ उन्हें I