Dil khula neyat saaf rakhi de,
Awa nhio kise de dee pain taki de,
Dil khula neyat saaf rakhi de,
Awa nhio kise de dee pain taki de,
आदमी को बताना आता हैं, इसलिए वो बोलते हैं।
सिर्फ अपना चिंता में ध्यान दो, कुत्ते भी तो भौंकते हैं।
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क्या लिखू, दिमाग में कुछ नहीं आ रहा है।
सोचना में भी लॉकडाउन, जीवन स्थिर है।
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दुनिया का सबसे छोटा चीज़, सबसे भयंकर।
इंसान का बड़ा दिमाग भी दिख नहीं पाते उसका रूप और आकार।
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पढ़ालिखा इंसान जब बैठे रहते है, तब लगता है शेर को किसी ने चिड़ियाघर में पकड़ के रखा है।
उसे जब नौकरी मिलता है तो लगता है ओलिंपिक में कोई शूटर पदक जीत के आ रहा है।
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गर्मी में जब पसीना निकलता है, मैं बिना पानी से नहा लेता हु।
बिना कारन में जब मुसीबत आता है, मैं कोई अपराध न करके भी फँस जाता हु।
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डॉक्टर समाज का स्नायु है।
उनको जीने दो, अगर अपना जिंदगी का स्पन्दन को महसूस करना है।
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इंसान का जो छाया है, वो भुत।
जब इंसान नहीं रहेगा, वो भी भागेगा खुद।
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भुत कभी भुत के साथ टकराता नहीं, लेकिन नेता टकराता है नेता के साथ।
भावना रहते है सोच में, लेकिन बाहर आता है सिर्फ बात।
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दुनिया की सबसे बड़ा घातक है गुस्सा।
ध्यान आभ्यास करो, नहीं तो अपना जिंदगी लेंगे अपने से हिस्सा।
Daag ishqe de khud dhon lagda haan,
Enni yaad aundi hai ke mein ron lagda haan..
Khafa haan us ton mein eh oh vi jandi hai,
Russeya mein hunda taan vi usnu mnaun lagda haan..
Sath pal da nhi umra da hai,
Mannda nhi dil esnu samjhaun lagda haan..
Sare hakkan ton usne kado da aazad kar ditta menu,
Pta nhi fer kyu hakk jataun lagda haan..
ਦਾਗ਼ ਇਸ਼ਕੇ ਦੇ ਖ਼ੁਦ ਹੀ ਧੋਣ ਲਗਦਾ ਹਾਂ,
ਐਨੀ ਯਾਦ ਆਉਂਦੀ ਹੈ ਕੇ ਮੈਂ ਰੋਣ ਲਗਦਾ ਹਾਂ।
ਖਫ਼ਾ ਹਾਂ ਉਸ ਤੋਂ ਮੈ ਇਹ ਉਹ ਵੀ ਜਾਣਦੀ ਹੈ,
ਰੁੱਸਿਆ ਮੈ ਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਵੀ ਉਸਨੂੰ ਮਨਾਉਣ ਲਗਦਾ ਹਾਂ।
ਸਾਥ ਪਲ ਦਾ ਨਹੀਂ ਉਮਰਾਂ ਦਾ ਹੈ,
ਮੰਨਦਾ ਨਹੀਂ ਦਿਲ ਇਸ ਨੂੰ ਸਮਝਾਉਣ ਲਗਦਾ ਹਾਂ।
ਸਾਰੇ ਹੱਕਾਂ ਤੋ ਉਸਨੇ ਕਦੋਂ ਦਾ ਆਜ਼ਾਦ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਮੈਨੂੰ,
ਪਤਾ ਨਹੀ ਫੇਰ ਕਿਉਂ ਹੱਕ ਜਤਾਉਣ ਲਗਦਾ ਹਾਂ।