JAB BAN HI GAYI BA-MUSHKIL DIL MAIN HAMARE JAGAAH UN KE LIYE
PHIR WO BHI HAMAIN FAQT WAQT-E-MATLAB YAD KARNE LAGE
جب بن گئی بہ مشکل دل میں ہمارے جگہ ان کے لئے
پھر وہ بھی ہمیں فقط وقتِ مطلب یاد کرنے لگے
Assi zihna muhre zindagi hi khol rakhti
ohna sade kolo gallan hui lukaa lyiea nea ..
रोशनी भरी थी राहें मेरी, जाने कब अंधेरी हो गई..
मंजिल की तलाश में राहों से यारी, और भी गहरी हो गई..
जिन मंजिलों से लेना-देना ना था, वो बदली और मेरी हो गई..
गैर मंजिलों को इतना वक्त दिया के, खुद मंजिल मेरी खो गई..
खैर कोशिशों में कोई कमी ना थी, जो नाकाम मेरी हो गई..
मेरी मंजिल की तलाश अब भी जारी है, भले क्यूं ना देरी हो गई..
भले क्यूं ना देरी हो गई..