Dil nu raahat te chehre te muskuraahat
tainu dekh ke hi aundi e
ਦਿਲ ਨੂੰ ਰਾਹਤ ਤੇ ਚਿਹਰੇ ਤੇ ਮੁਸਕੁਰਾਹਟ..
ਤੈਨੂੰ ਦੇਖ ਕੇ ਹੀ ਆਉਂਦੀ ਏ..
Dil nu raahat te chehre te muskuraahat
tainu dekh ke hi aundi e
ਦਿਲ ਨੂੰ ਰਾਹਤ ਤੇ ਚਿਹਰੇ ਤੇ ਮੁਸਕੁਰਾਹਟ..
ਤੈਨੂੰ ਦੇਖ ਕੇ ਹੀ ਆਉਂਦੀ ਏ..
na ishq haar maanata,
aur na hee dil baat maanata,
kyon nahin tum hee maan jaate..
ना इश्क़ हार मानता,
और ना ही दिल बात मानता,
क्यों नहीं तुम ही मान जाते..
ये साफ सफाई की बात नहीं, कोरोना ने लिखी खत।
इधर उधर थुकना मत।
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गंगा की गोद में चलती है नाव, मृत शरीर भी।
समय का गोद में खिलती है सभ्यता और जंगली जानवर का अँधा बिस्वास भी।
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बचपन मासूम कली।
फल बनना और बड़ा होना- काला दाग में अशुद्ध कलि।
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कीचड़ में भी कमल खिलता है।
अच्छे घर में भी बिगड़ा हुआ बच्चा पैदा होते है।
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इंसान का अकाल नहीं, इंसानियत की अकाल है।
डॉक्टर (सेवा) के अकाल नहीं, वैक्सीन (व्यवस्था) का अकाल है।
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कुत्ते समझते है के कौन इंसान और कौन जानवर है।
बो इंसान को देख के पूंछ हिलाते है और जानवर को देख के भूँकते है।
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जीविका से प्यारा है जिंदगी।
अगर साँस बंद है तो कैसे समझेंगे रोटी की कमी।