Do din ki zindagani hai,
Phir bhi isme jeena hamari bezubani hai.
Do din ki zindagani hai,
Phir bhi isme jeena hamari bezubani hai.
Jagna v kabool saanu teriyaan yaadan vich raat bhar
ehna ehsaasan ch jo sakoon, neenda ch oh kithe
ਜਗਨਾ ਵੀ ਕਬੂਲ ਸਾਨੂੰ ਤੇਰੀਆਂ ਯਾਦਾਂ ਵਿੱਚ ਰਾਤ ਭਰ
ਇਹਨਾਂ ਅਹਿਸਾਸਾਂ ‘ਚ ਜੋ ਸਕੂਨ, ਨੀਂਦਾ ਵਿੱਚ ਓ ਕਿੱਥੇ
रख सकों तो एक निशानी हूँ मैं खो दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं रोक ना पाए जिसको ये सारी दुनिया वो एक बूंद आँख का पानी हूँ मैं... सबको प्यार देने की आदत है हमें अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमें कितना भी गहरा जख़्म दे कोई उतना ही ज्यादा मुस्कुरानें की आदत है हमें.. इस अजनबी दुनिया में अकेला ख़्वाब हूँ मैं सवालों से खफा छोटा सा जवाब हूँ मैं जो समझ ना सके मुझे उनके लिए कौन जो समझ गए उनके लिए खुली किताब हूँ मैं.. आँख से देखोगे तो खुश पाओगे दिल से पूछोगे तो दर्द का सैलाब हूँ मैं अगर रख सकों तो एक निशानी हूं मैं खो दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं...