Dukhi karn layi puri duniya bethi e
Khush karn layi tera ikk ehsas kaafi e..!!
ਦੁਖੀ ਕਰਨ ਲਈ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆਂ ਬੈਠੀ ਹੈ
ਖੁਸ਼ ਕਰਨ ਲਈ ਤੇਰਾ ਇੱਕ ਅਹਿਸਾਸ ਕਾਫ਼ੀ ਏ..!!
Dukhi karn layi puri duniya bethi e
Khush karn layi tera ikk ehsas kaafi e..!!
ਦੁਖੀ ਕਰਨ ਲਈ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆਂ ਬੈਠੀ ਹੈ
ਖੁਸ਼ ਕਰਨ ਲਈ ਤੇਰਾ ਇੱਕ ਅਹਿਸਾਸ ਕਾਫ਼ੀ ਏ..!!
मान लिखूँ सम्मान लिखूँ मैं।
आशय और बखान लिखूं मैं।
जिस नारी पर दुनिया आश्रित,
उसका ही बलिदान लिखूँ मैं।।
जीवन ऐसी बहती धारा,
जिसका प्यासा स्वयं किनारा,
पत्थर पत्थर अश्क उकेरे,
अधरों पर मुस्कान लिखूँ मैं।
मान——
कोमल है कमज़ोर नहीं है,
नारी है यह डोर नहीं है,
मनमर्ज़ी इसके संग करले
इतना कब आसान लिखूँ मैं
मान—-
बेटा हो या बेटी प्यारी,
जन्म सभी को देती नारी,
इसका अन्तस् पुलकित कोमल
इसके भी अरमान लिखूँ मैं
मान—-
हिम्मत से तक़दीर बदल दे,
मुस्कानों में पीर बदल दे,
प्रेम आस विश्वास की मूरत,
शब्द शब्द गुणगान लिखूँ मैं
मान——
“A girl can easily block your number but they feel bad after 5 minutes”
“I m not alone but loneliness is always with me”
“One day you will miss me, but i will not be there”