Skip to content

Ek jheel mii hai || hindi kavita

इक झील मिली है, एक झरने के बाद

बस कुछ ही दूर घर से,गुज़रने के बाद

ये समझा रहे हैं, की खतरा है मुझको

वो भी आधे से ज़्यादा, उतरने के बाद

फिर सूखी आंख लेकर,लौट आया मैं

अपने वही पे सारे आंसू,धरने के बाद

मेरे चार दर्द भी, ना संभाले गए उससे

ये झरना भर गया,आंसू भरने के बाद

अरे तुम भी कहां सुनोगे, बाते हमारी

हम भी समझे थे,इश्क़ करने के बाद

मेरी हिम्मत को,देखा कैसे जाए बोलो

लोग हमे भी डरा रहे हैं, डरने के बाद

के कुछ खड़े होते हैं कैसे, तनके देखो

मेरे सामने से मुंह पर, मुकरने के बाद

Title: Ek jheel mii hai || hindi kavita

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Mein used meet guys Hun k last ho gyi hai || Hindi shayari

ये एक बात समझने में रात हो गई है
मैं उस से जीत गया हूँ कि मात हो गई है
मैं अब के साल परिंदों का दिन मनाऊँगा
मिरी क़रीब के जंगल से बात हो गई है
बिछड़ के तुझ से न ख़ुश रह सकूँगा सोचा था
तिरी जुदाई ही वज्ह-ए-नशात हो गई है
बदन में एक तरफ़ दिन तुलूअ’ मैं ने किया
बदन के दूसरे हिस्से में रात हो गई है
मैं जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हूँ छोड़ के घर
ये क्या कि घर की उदासी भी साथ हो गई है
रहेगा याद मदीने से वापसी का सफ़र
मैं नज़्म लिखने लगा था कि ना’त हो गई है

Title: Mein used meet guys Hun k last ho gyi hai || Hindi shayari


Fitrat || hindi thoughts || hindi shayari

*मनुष्य की फितरत:-*

*प्रार्थना करते समय समझता है कि भगवान सुन रहा है लेकिन निंदा करते समय ये भूल जाता है*

*पुण्य करते समय समझता है कि भगवान देख रहा है लेकिन पाप करते समय ये भूल जाता है*

*दान करते समय समझता है कि भगवान सब में बसता है लेकिन चोरी करते समय ये भूल जाता है*

*प्रेम करते समय समझता है कि पूरी दुनिया भगवान ने बनाई है लेकिन नफरत करते समय यही बात भूल जाता है!!*

🌵🌵🌵🌵🌵🌵

Title: Fitrat || hindi thoughts || hindi shayari