धरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई है
जिन्दगी को तरस के खुदा ने ये तस्वीर बनाई है
हर दुख वो बच्चों का खुद पे वो सह लेतें है
उस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते है..!!
धरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई है
जिन्दगी को तरस के खुदा ने ये तस्वीर बनाई है
हर दुख वो बच्चों का खुद पे वो सह लेतें है
उस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते है..!!
badalatee cheejen hamesha achchhee lagatee hai…
lekin, badalate hue apane kabhee achchhe nahin lagate..
बदलती चीजें हमेशा अच्छी लगती है… लेकिन,
बदलते हुए अपने कभी अच्छे नहीं लगते…
Saanu na fikar na faake
duniaa chahe jo marzi aakhe
ਸਾਨੂੰ ਨਾ ਫਿਕਰ ਨਾ ਫਾਕੇ..
ਦੁਨੀਆ ਚਾਹੇ ਜੋ ਮਰਜ਼ੀ ਆਖੇ
Legand_Guri