Kade tu keha c
g bhar k vekh liya kar mainu
hun tan akh bhar jandi aa
par tu nazar na aundi
ਕਦੇ ਤੂੰ ਕਿਹਾ ਸੀ
ਜੀ ਭਰ ਕੇ ਵੇਖ ਲਿਆ ਕਰ ਮੈਨੂੰ
ਹੁਣ ਤਾਂ ਅੱਖ ਭਰ ਜਾਂਦੀ ਆ
ਪਰ ਤੂੰ ਨਜ਼ਰ ਨਾ ਆਉਂਦੀ
Kade tu keha c
g bhar k vekh liya kar mainu
hun tan akh bhar jandi aa
par tu nazar na aundi
ਕਦੇ ਤੂੰ ਕਿਹਾ ਸੀ
ਜੀ ਭਰ ਕੇ ਵੇਖ ਲਿਆ ਕਰ ਮੈਨੂੰ
ਹੁਣ ਤਾਂ ਅੱਖ ਭਰ ਜਾਂਦੀ ਆ
ਪਰ ਤੂੰ ਨਜ਼ਰ ਨਾ ਆਉਂਦੀ
Pyaar tumse krte hai
To ladne dusre ke pass thore jaynge…😘
प्यार तुमसे करते हैं
तो लड़ने दूसरे के पास थोड़े जाएंगे…😘
आग को बुझा देता है क्रोध ।
आग जलते है हवा में, लेकिन चिंगारी में जलता है क्रोध।
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अपना कविता किसी को मत पढ़ाओ।
अगर कोई पढ़ना चाहते है, उसे सच ढूंढ़ने के लिए बताओ।
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जबाब हर बात पे मत दो।
सिर्फ वक्त का इंतज़ार करो।
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जब बन रहे हों, सुनना पड़ता हैं।
जब बन गये हों, लोग सुनने आते हैं।
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रिश्ते आसमान की रूप।
आज बारिश, कल धूप।
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बात लहर की तरह।
जनम देती रिश्ते, टूटती भी रिश्ते, सोचो ज़रा।
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मैदान में जितना राजनीती होता है, उससे भी ज्यादा होता है घर पर।
घर का बाप ही बनता है नेता, नेता पैदा भी होता हे घर पर।
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जो तुम्हे पाता है, वो किसी को मत बताओ।
समय में प्रयोग करो, नहीं तो लोग समझेंगे के तुम मुर्ख हो।