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Hai ishq toh fir asar bhi hoga || hindi shayari

है इश्क़ तो फिर असर भी होगा
जितना है इधर उधर भी होगा

माना ये के दिल है उस का पत्थर
पत्थर में निहाँ शरर भी होगा

हँसने दे उसे लहद पे मेरी
इक दिन वही नौहा-गर भी होगा

नाला मेरा गर कोई शजर है
इक रोज़ ये बार-वर भी होगा

नादाँ न समझ जहान को घर
इस घर से कभी सफ़र भी होगा

मिट्टी का ही घर न होगा बर्बाद
मिट्टी तेरे तन का घर भी होगा

ज़ुल्फ़ों से जो उस की छाएगी रात
चेहरे से अयाँ क़मर भी होगा

गाली से न डर जो दें वो बोसा
है नफ़ा जहाँ ज़रर भी होगा

रखता है जो पाँव रख समझ कर
इस राह में नज़्र सर भी होगा

उस बज़्म की आरज़ू है बे-कार
हम सूँ का वहाँ गुज़र भी होगा

‘शहबाज़’ में ऐब ही नहीं कुल
एक आध कोई हुनर भी होगा

Title: Hai ishq toh fir asar bhi hoga || hindi shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


हो चुका बोहोत

हुवा इश्क भी बोहोत

हुए नफरत भी बोहोत

अब बस अकेला छोड़ दो

हो चुका बोहोत

Title: हो चुका बोहोत


Jo tu kehnda asi || punjabi shayari

ਜੋਂ ਤੂੰ ਕਹਿੰਦਾ ਅਸੀਂ ਓਹ ਤੇਰੇ ਕਦਮਾਂ ਤੇ ਰਖਦੇ
ਓਹਨੂੰ ਖੁਭ ਪਤਾ ਸੀ ਕਿ ਅਸੀਂ ਓਹਦੇ ਬਿਨਾ ਨਹੀਂ ਰਹੇ ਸਕਦੇ
ਹਥਾਂ ਦਿਆਂ ਲਿਖਾਂ ਹੋਣੀਂ ਜਾਂ ਫੇਰ ਪਿਆਰ ਚ ਕੋਈ ਕਮੀਂ
ਅਸੀਂ ਲਿਖਾਂ ਹਥਾਂ ਦਿਆਂ ਤੇ ਕਿਸਮਤ ਤਾਂ ਨਹੀਂ ਬਦਲ ਸਕਦੇ
ਜ਼ਿਨੀ ਵੀ ਭੁਲਾਉਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰਾਂ ਤੇ ਅਖਾਂ ਦੇ ਹੰਜੂ ਨਹੀਂ ਰੋਕ ਸਕਦੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ

Title: Jo tu kehnda asi || punjabi shayari