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Hindi shayari || Ghazal by Rekhta Pataulvi

महर-ओ- वफ़ा की शमआ जलाते तो बात थी
इंसानियत का पास निभाते तो बात थी
जम्हूरियत की शान बढ़ाते तो बात थी
फ़िरक़ा परस्तियों को मिटाते तो बात थी
जिससे कि दूर होतीं कुदूरत की ज़ुल्मतें
ऐसा कोई चराग़ जलाते तो बात थी
जम्हूरियत का जश्न मुबारक तो है मगर
जम्हूरियत की जान बचाते तो बात थी
ज़रदार से यह हाथ मिलाना बजा मगर
नादार को गले से लगाते तो बात थी
बर्बाद होने का तो कोई ग़म नहीं मगर
अपना बनाके मुझको मिटाते तो बात थी
हिंदुस्तान की क़सम ऐ रेख़्ता हूँ ख़ुश
पर मुंसिफ़ी की बात बताते तो बात थी

Title: Hindi shayari || Ghazal by Rekhta Pataulvi

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Tumhe dekh suraj bhi sharmaya hai || Love shayari

Tum pani se nahati ho
Ya pani tumse nahata hai
Ye dekh suraj bhi
Tumhe dekh sharmata hai 🤩😛

तुम पानी से नहाती हो
या पानी तुमसे नहाता है
ये देख सूरज भी
तुम्हे देख शर्माता है।🤩😛

Title: Tumhe dekh suraj bhi sharmaya hai || Love shayari


Best hindi thoughts || two line hindi shayari

Manzil mil hi jaayegi, Bhatakte hue hi sahi,
Gumraah to wo hain, jo ghar se nikle hi nahi✌

मंज़िल मिल ही जाएगी, भटकते हुए ही सही,
गुमराह तो वो लोग हैं, जो घर से निकले ही नही✌

Title: Best hindi thoughts || two line hindi shayari