जब लोग आपसे खफा होने लग जाएं,
तो आप समझ लेना की
आप सही राह पर हैं.
उस जगह पे हमेशा खामोश रहना,
जहाँ दो कौड़ी के लोग अपनी
हैसियत के गुण गाते हैं.
क्रोध के समय थोड़ा रुक जाएं,
और गलती के समय थोड़ा झुक जाएं,
तो दुनिया की सब समस्याएं हल हो जाएगी.
जब लोग आपसे खफा होने लग जाएं,
तो आप समझ लेना की
आप सही राह पर हैं.
उस जगह पे हमेशा खामोश रहना,
जहाँ दो कौड़ी के लोग अपनी
हैसियत के गुण गाते हैं.
क्रोध के समय थोड़ा रुक जाएं,
और गलती के समय थोड़ा झुक जाएं,
तो दुनिया की सब समस्याएं हल हो जाएगी.
Munasib lage to humein apni yaadon mein samet lena
Karazdaar rahe hum aapke, mukammal yaari esi nibha lena…!
मुनासिफ़ लगे तो हमें अपनी यादों में समेट लेना…
कर्ज़दार रहें हम आपके, मुक़म्मल यारी ऐसी निभा लेना…!
ये साफ सफाई की बात नहीं, कोरोना ने लिखी खत।
इधर उधर थुकना मत।
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गंगा की गोद में चलती है नाव, मृत शरीर भी।
समय का गोद में खिलती है सभ्यता और जंगली जानवर का अँधा बिस्वास भी।
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बचपन मासूम कली।
फल बनना और बड़ा होना- काला दाग में अशुद्ध कलि।
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कीचड़ में भी कमल खिलता है।
अच्छे घर में भी बिगड़ा हुआ बच्चा पैदा होते है।
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इंसान का अकाल नहीं, इंसानियत की अकाल है।
डॉक्टर (सेवा) के अकाल नहीं, वैक्सीन (व्यवस्था) का अकाल है।
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कुत्ते समझते है के कौन इंसान और कौन जानवर है।
बो इंसान को देख के पूंछ हिलाते है और जानवर को देख के भूँकते है।
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जीविका से प्यारा है जिंदगी।
अगर साँस बंद है तो कैसे समझेंगे रोटी की कमी।