यदि मनुष्य कुछ सीखना चाहे, तो उसकी प्रत्येक भूल कुछ न कुछ सीखा देती है ।”
सौभाग्य भी उसी को मिलता है, जिसने अपने आप को उस काबिल बनाया है।”
सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते ।”
यदि मनुष्य कुछ सीखना चाहे, तो उसकी प्रत्येक भूल कुछ न कुछ सीखा देती है ।”
सौभाग्य भी उसी को मिलता है, जिसने अपने आप को उस काबिल बनाया है।”
सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते ।”
हम करेंगे तो तेरी बदनामी होगी
गलत सोच लिया की मुझसे तेरी गुलामी होगी
अच्छे लोगों की भी कर जाते हैं
बुरे लोगों की भी कर जाते हैं
पर यार तेरी नहीं मुझसे सलामी होगी
छोड़कर रकीब का हाथ
पकड़ सकती हो तुम अजीब का हाथ
तुझे कौन सा यार बेशर्मी होगी
हम नही कर सकते कुछ भी
हमरे लाए तो बात ये यार हरामी होगी🙃