Aag ke paas mom le ja kar dekh lu
ho ijaajat to hath lgakar dekh lu
ਅੱਗ ਕੇ ਪਾਸ ਮੋਮ ਲੈ ਜਾ ਕਰ ਦੇਖ ਲੁ
ਹੋ ਇਜਜਾਤ ਤੋਂ ਹਾੱਥ ਲਗਾਕਰ ਦੇਖ ਲੁ
Aag ke paas mom le ja kar dekh lu
ho ijaajat to hath lgakar dekh lu
ਅੱਗ ਕੇ ਪਾਸ ਮੋਮ ਲੈ ਜਾ ਕਰ ਦੇਖ ਲੁ
ਹੋ ਇਜਜਾਤ ਤੋਂ ਹਾੱਥ ਲਗਾਕਰ ਦੇਖ ਲੁ
उसकी वो मासूम सी आंखें, कभी-कभी मुझे झूठी सी लगती हैं..
उसकी वो सोच कर बनाई हुई बातें, अक्सर मुझे टूटी सी लगती हैं..
कभी मेरी नाराज़गी पर मुस्कुराती है, कभी प्यार पर रूठी सी लगती है..
कभी उसकी मामूली से हरकत भी मुझे, अनूठी सी लगती है..
कभी उसकी झुकी पलकों में इश्क होता है, कभी उठी सी लगती हैं..
उसके प्यार पर शक नहीं मुझे, फिर भी ना जाने क्यूं, झूठी सी लगती है..
heart rated 💔
समंदर सी उसकी आंखें थी, डूबा तो किनारा खो गया..
दिल मेरा जंगल का शेर सा था, लहरों में बेचारा रो गया..
शुक्र है वहां कश्ती मिली मुझे, कश्ती से सहारा हो गया..
बाहर आया जब उसकी आँखों से, उसके इश्क का मारा हो गया..