Enjoy Every Movement of life!
Mohobbat hai ya nasha tha jo bhi tha kmaal tha
Rooh tak utarte utarte jism ko khokhla kar gya🍁
मोहब्बत है या नशा था जो भी था कमाल का था
रूह तक उतारते उतारते जिस्म को खोखला कर गया🍁
सफर वही तक जहाँ तक तुम हो,
नज़र वही तक जहाँ तक तुम हो,
वैसे तो हज़ारों फूल खिलतें हैं गुलशन में मगर,
खुशबू वही तक जहाँ तक तुम हो।🥀❣️