Things which exists for “REASON”
end with the end of “the REASON”
Things which exists for “REASON”
end with the end of “the REASON”
Asi vehre pair rakh bethe mohobbtan de
Pahunche vakhre jahan ch khayal sade..!!
Sanu khabar Na rahi sadi khud di vi
Kitte ishq ne haal behaal sade..!!
ਅਸੀਂ ਵਿਹੜੇ ਪੈਰ ਰੱਖ ਬੈਠੇ ਮੋਹੁੱਬਤਾਂ ਦੇ
ਪਹੁੰਚੇ ਵੱਖਰੇ ਜਹਾਨ ‘ਚ ਖ਼ਿਆਲ ਸਾਡੇ..!!
ਸਾਨੂੰ ਖ਼ਬਰ ਨਾ ਰਹੀ ਸਾਡੀ ਖੁਦ ਦੀ ਵੀ
ਕੀਤੇ ਇਸ਼ਕ ਨੇ ਹਾਲ ਬੇਹਾਲ ਸਾਡੇ..!!
ये साफ सफाई की बात नहीं, कोरोना ने लिखी खत।
इधर उधर थुकना मत।
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गंगा की गोद में चलती है नाव, मृत शरीर भी।
समय का गोद में खिलती है सभ्यता और जंगली जानवर का अँधा बिस्वास भी।
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बचपन मासूम कली।
फल बनना और बड़ा होना- काला दाग में अशुद्ध कलि।
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कीचड़ में भी कमल खिलता है।
अच्छे घर में भी बिगड़ा हुआ बच्चा पैदा होते है।
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इंसान का अकाल नहीं, इंसानियत की अकाल है।
डॉक्टर (सेवा) के अकाल नहीं, वैक्सीन (व्यवस्था) का अकाल है।
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कुत्ते समझते है के कौन इंसान और कौन जानवर है।
बो इंसान को देख के पूंछ हिलाते है और जानवर को देख के भूँकते है।
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जीविका से प्यारा है जिंदगी।
अगर साँस बंद है तो कैसे समझेंगे रोटी की कमी।