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Jab sath ho tum || hindi poetry || love poetry

मुझे तालाश नहीं कोई मंजिल की
जब राहो में मेरे साथ हो तुम।

मुझे नहीं चाहिए दौलत सूरत
मेरी इक बस अरमान हो तुम।

बंजर पड़ी मेरी ज़िंदगी को
शोभन करे वो बरसात हो तुम।

मेरी कौफ सी काली रातो को
रोषण करे वो चांद हो तुम।

मेरा दिन बन जाता लबो पे आते
वो खुदा सुनहरा नाम हो तुम।

मेरी हर मुश्किल को चीर के आगे
वो धनुष से निकला बान हो तुम।

मेरी हर दर्द को दुर करे
मलहम सा लगा बाम हो तुम।

मुझे क्या जरूरत किसी ऑर सक्स की
जब हर लम्हों में साथ हो तुम।

मुझे तालाश नहीं कोई मंजिल की
जब रहो में मेरे साथ हो तुम।

जो तन को पल में सीतल कर दे
वो सुबह की पहली आजन हो तुम।

जो सह ले हर करवी बाते
वो मधुर मीठी मुस्कन हो तुम।

जो राहत से भितम गरमी से
वो पेरो की ठंडी छाओ हो तुम।

खोल दे आखे सही वक्त पे
वो शोर करती आलार्म हो तुम।

मुझे तालाश नहीं कोई मंजिल की
जब रहो में मेरे साथ हो तुम।।

Title: Jab sath ho tum || hindi poetry || love poetry

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


WO YAAD

“SAPNO MEI THI TUM RAAT BHAR,

TUMHARI YAADON KA BOHOT HUA ASAR,

BEKAAR THE WO DIN,

BITAYE JO MAINE TERE BIN,

UTHNE KA AB MANN NAHI KARTA,

HAR ROZ YE DIL HAI AB MARTA,

SHAAM KO TERI ZULFE YAAD AA  JAATI,

KAASH TU BHI KABHI MERI HO PAATI,

TOD DI TUNE MERI YE CHAHAT,

KABHI NAHI DE PAAYI TU MUJHE RAHAT,

AB TO NEEND KO BHI DIYA HAI TAAL,

PHIR SE BITANA PADEGA TERE BINA EK AUR SAAL………….”

Title: WO YAAD


Khed lafza di || punjabi shayari

Punjabi shayari || lafza di khed c...adawan da zor c....Maut zamira lutt lyi...wafawan da taan shor c..
lafza di khed c…adawan da zor c….Maut zamira lutt lyi…wafawan da taan shor c..