Tera chadd jana, mera tutt jana, bas jajjbaata da dhokha c,
ik hor saal beet gya, bin tere ik pal v kadhna aukha c
ਤੇਰਾ ਛੱਡ ਜਾਣਾ , ਮੇਰਾ ਟੁੱਟ ਜਾਣਾ, ਬਸ ਜਜ਼ਬਾਤਾਂ ਦਾ ਧੋਖਾ ਸੀ,
ਇਕ ਹੋਰ ਸਾਲ ਬੀਤ ਗਿਆ, ਬਿਨ ਤੇਰੇ ਇਕ ਪਲ ਵੀ ਕੱਢਣਾ ਔਖਾ ਸੀ ,
Tera chadd jana, mera tutt jana, bas jajjbaata da dhokha c,
ik hor saal beet gya, bin tere ik pal v kadhna aukha c
ਤੇਰਾ ਛੱਡ ਜਾਣਾ , ਮੇਰਾ ਟੁੱਟ ਜਾਣਾ, ਬਸ ਜਜ਼ਬਾਤਾਂ ਦਾ ਧੋਖਾ ਸੀ,
ਇਕ ਹੋਰ ਸਾਲ ਬੀਤ ਗਿਆ, ਬਿਨ ਤੇਰੇ ਇਕ ਪਲ ਵੀ ਕੱਢਣਾ ਔਖਾ ਸੀ ,
देखती हु उन्हें रोज़ खिड़की से कुछ तलाश करते हुए शायद खुद की ज़मीर को खोजते हैँ
और खुद ही ना जवाब पाकर .. चुप चाप चले जातें हैँ
शायद वो समझ नी पाते जिसे वो खोजते वो उनका ज़मीर नी उनके अंदर का टुटा प्यार है ..
हर रोज़ बस अड़े पर दीखते हैँ वो ..
और फिर भी अपने घर से ना जाने कैसे मेरे घर तक आजाते हैँ .. आसमान मे देख कर कहते हैँ की..भूल जाता हूँ अपना घर
इश्क़ का नशा जो तेरा अब तक चढ़ा है ..
देखती हु वो बैग दिया हुआ मेरा .. आज तक अपने संघ रखते हैँ मानो जैसे कलेजे को ठंडक देने वाला जलजीरा हो ..या आँखों को सुलघाने वाला चमकता हीरा हो ..
पर बुधु जो हैँ इन सबमे अपना रुमाल ही भूल जाते हैँ .
जानती हु वो बस मुझे याद करते हैँ ..
तभी तो शीशे के सामने आने से हटते हैँ
अपनी शकल बता कर मेरी शकल भूलने से डरते हैँ
पहले सामने थे मेरे देखती हु अब ऊपर से वो इश्क़ जो मेरा था वो जो खो गया…..
कब्र दर कब्र इक इश्तिहार जा रहा है,
अपना था कोई वो जो दूर जा रहा है,
मोहब्बत सही, इश्क सही, पास नहीं है अब,
जोगी इसी धुन में कोई गीत गा रहा है...
जो अपने थे वो चले गए....
हर वक्त आंसू पोंछने कोई पास आ रहा है,
मालूम है वो भी चला जायेगा फिर आंसू देकर,
जोगी इसी धुन में कोई गीत गा रहा है...
मतलबी, बेशर्म, बेईमान है दुनिया सारी
मालूम है की जीने नहीं देगी... देखो...
मेरी कब्र से भी मेरा इश्तिहार आ रहा है...
जोगी इसी धुन में कोई गीत गा रहा है...