Wo khadhe muskuraa rahe hai
dil todh jaane ke baad
wo hame jeena sikhaa rahe hai
hamare mar jaane ke baad
वो खड़े मुस्कुरा रहे है
दिल तोड़ जाने के बाद,
वो हमे जीना सिखा रहे है
हमारे मर जाने के बाद।
Wo khadhe muskuraa rahe hai
dil todh jaane ke baad
wo hame jeena sikhaa rahe hai
hamare mar jaane ke baad
वो खड़े मुस्कुरा रहे है
दिल तोड़ जाने के बाद,
वो हमे जीना सिखा रहे है
हमारे मर जाने के बाद।
मान लिखूँ सम्मान लिखूँ मैं।
आशय और बखान लिखूं मैं।
जिस नारी पर दुनिया आश्रित,
उसका ही बलिदान लिखूँ मैं।।
जीवन ऐसी बहती धारा,
जिसका प्यासा स्वयं किनारा,
पत्थर पत्थर अश्क उकेरे,
अधरों पर मुस्कान लिखूँ मैं।
मान——
कोमल है कमज़ोर नहीं है,
नारी है यह डोर नहीं है,
मनमर्ज़ी इसके संग करले
इतना कब आसान लिखूँ मैं
मान—-
बेटा हो या बेटी प्यारी,
जन्म सभी को देती नारी,
इसका अन्तस् पुलकित कोमल
इसके भी अरमान लिखूँ मैं
मान—-
हिम्मत से तक़दीर बदल दे,
मुस्कानों में पीर बदल दे,
प्रेम आस विश्वास की मूरत,
शब्द शब्द गुणगान लिखूँ मैं
मान——
asi apne aap to haare
hor das asi kis ton harage
aur jinaa lokaa ne bewafai kiti
apne hi si
hun bta asi apneyaa nu maarange
ਅਸੀਂ ਅਪਣੇ ਆਪ ਤੋਂ ਹਾਰੇਆ
ਹੋਰ ਦਸ ਅਸੀਂ ਕਿਸ ਤੋਂ ਹਾਰਾ ਗੈ
ਔਰ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਬੇਵਫ਼ਾਈ ਕਿਤੀ
ਅਪਣੇ ਹੀ ਸੀ
ਹੂਨ ਬਤਾ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇਆ ਨੂੰ ਮਾਰਾਂਗੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷