
oda de log hi zindagi ch milde ne
baaki thore waqt layi fera paa jande
par saade warge hi dil ch khilde ne
Na raat eh aa alag
na hawa hai ajh alag
alag hai ik shakhash mere ton ajh
mere pyar ne kita jihnu alag
ਨਾ ਰਾਤ ਇਹ ਆ ਅਲੱਗ
ਨਾ ਹਵਾ ਹੈ ਅੱਜ ਅਲੱਗ
ਅਲਗ ਹੈ ਇਕ ਸਖ਼ਸ਼ ਮੇਰੇ ਤੋਂ ਅੱਜ
ਮੇਰੇ ਪਿਆਰ ਨੇ ਕੀਤਾ ਜਿਹਨੂੰ ਅਲੱਗ
कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,
फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,
एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी
हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,
मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
कमबख्त तूने,
वो हँसी और बोली- मैं जिंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।