जीवन के दरिया में
एक कश्ती सा है मन
कहती हैं…
हालात की लहरें,
कि सफ़र में अभी
आज़माइश बाक़ी है!
समझाना मन को और
समझना उसे…
कि साथ है जब तक ये
हर गुंजाईश बाक़ी है।
जीवन के दरिया में
एक कश्ती सा है मन
कहती हैं…
हालात की लहरें,
कि सफ़र में अभी
आज़माइश बाक़ी है!
समझाना मन को और
समझना उसे…
कि साथ है जब तक ये
हर गुंजाईश बाक़ी है।
Do naina da teer chalaeyaa, me ajeej de seene laeyaa
Ghayel kar ke mukh chhupayeaa, choriyaan eh kin dasiyaan ve
Ghungat chuk O sajjna, hun sharma kahnu rakhiyaan ve
ਦੋ ਨੈਣਾਂ ਦਾ ਤੀਰ ਚਲਾਇਆ, ਮੈਂ ਆਜ਼ਿਜ਼ ਦੇ ਸੀਨੇ ਲਾਇਆ,
ਘਾਇਲ ਕਰ ਕੇ ਮੁੱਖ ਛੁਪਾਇਆ, ਚੋਰੀਆਂ ਇਹ ਕਿਨ ਦੱਸੀਆਂ ਵੇ
ਘੁੰਘਟ ਚੁੱਕ ਓ ਸਜਣਾ, ਹੁਣ ਸ਼ਰਮਾਂ ਕਾਹਨੂੰ ਰੱਖੀਆਂ ਵੇ
… Bulleh Shah
हिम्मत भी है ताकत भी ओर हौसला भी
उनकी खुशी के लिए सब कुछ कर जाऊंगा
देखेगी दुनिया भी इस अंजान चेहरे को
जब बाहों में समेटकर में चांद लेकर आऊंगा
मेरी मां के चेहरे पर मुस्कुराहट होगी
और हाथो मेरे लिए में नूर होगा
हवाओं में भी खुशबू होगी और
पापा की नज़रों में गुरूर होगा
सुरूर होगा जब दुनिया अपनी सी लगेगी
जब दुनिया को मेरा भी शउर होगा
अपनी नज़रों में तालाब की आवाम भर लाऊंगा
हर शाम में लौट कर जब घर आऊंगा
हाथों में रोटी पकड़कर कहेगी, बेटा खा ले
मैं मुस्कुराकर दो निवाले उसे भी खिलाऊंगा
खैर, निकल पड़ा हूं अभी मंज़िल ढूंढने खुद ही
इंतेज़ार उस वक्त का है जब मै चांद समेट लाऊंगा...