Ki kuch jodha Nahi kuch jalaya nahi
mohabbat ho gayi hme kalm aur kitab se
kuyki apna dard kisiko bataya nahi
Ki kuch jodha Nahi kuch jalaya nahi
mohabbat ho gayi hme kalm aur kitab se
kuyki apna dard kisiko bataya nahi
Dilaseyan jeheyan naal evein taleyan na kar..!!
Hnju kise nu de khushiyan tu bhaleya na kar..!!
Pyar nahi e ta Na kar lazmi taa nhi
Khed jazbatan naal dilan nu uchaleya Na kar..!!
ਦਿਲਾਸਿਆਂ ਜਿਹਿਆਂ ਨਾਲ ਐਵੇਂ ਟਾਲਿਆ ਨਾ ਕਰ..!!
ਹੰਝੂ ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਦੇ ਖੁਸ਼ੀਆਂ ਤੂੰ ਭਾਲਿਆ ਨਾ ਕਰ..!!
ਪਿਆਰ ਨਹੀਂ ਏ ਤਾਂ ਨਾ ਕਰ ਲਾਜ਼ਮੀ ਤਾਂ ਨਹੀਂ
ਖੇਡ ਜਜ਼ਬਾਤਾਂ ਨਾਲ ਦਿਲਾਂ ਨੂੰ ਉਛਾਲਿਆ ਨਾ ਕਰ..!!
हर वक्त एक अंजान साया सा, मेरे पास घूमता रहता है..
मेरे दिल से जुडा है वो शायद, मेरी रूह चूमता रहता है..
बताता नहीं है मुझको कुछ, और ना मुझसे कुछ कहता है..
मेरी मर्जी हो या ना हो मगर, शागिर्द बना वो रहता है..
दिन और रात वो बस मेरे, आगोश में पलता रहता है..
मैं चाहुं या फिर ना चाहुं, मेरे साथ वो चलता रहता है..
हर खुशी बांटता है मेरी, हर गम मेरे संग सेहता है..
आखिर साया है ये किसका, ये सवाल जहन में रहता है..