नज़र में ज़ख़्म-ए-तबस्सुम छुपा छुपा के मिला,
खफा तो था वो मगर मुझ से मुस्कुरा के मिला।❤️
Enjoy Every Movement of life!
नज़र में ज़ख़्म-ए-तबस्सुम छुपा छुपा के मिला,
खफा तो था वो मगर मुझ से मुस्कुरा के मिला।❤️
kehna si auhda kade chhadange nahi ik dooje nu
auhda kehna kehna hi reh gya
ਕੇਹਣਾ ਸੀ ਔਂਦਾ ਕਦੇ ਛੱਡਾਂਗੇ ਨਹੀਂ ਇਕ ਦੁਜੇ ਨੂੰ
ਔਂਦਾ ਕੇਹਣਾ ਕੇਹਣਾ ਹੀ ਰੇਹ ਗਿਆ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
