Haaseyan de naal kise sog di trah..!!
Lagja tu rooh nu koi rog di trah..!!
ਹਾਸਿਆਂ ਦੇ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਸੋਗ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ..!!
ਲੱਗ ਜਾ ਤੂੰ ਰੂਹ ਨੂੰ ਕੋਈ ਰੋਗ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ..!!
Haaseyan de naal kise sog di trah..!!
Lagja tu rooh nu koi rog di trah..!!
ਹਾਸਿਆਂ ਦੇ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਸੋਗ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ..!!
ਲੱਗ ਜਾ ਤੂੰ ਰੂਹ ਨੂੰ ਕੋਈ ਰੋਗ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ..!!
Manaya hai kisi ko ansu unse cheen kar
Matt hi puchiye roothna kise kehte hain..!!
Mohobbat ki raahon pe bikhre pde hain sahib
Humse na puchiye ye tutna kise kehte hain..!!
मनाया है किसीको आँसू उनके छीन कर
मत ही पूछिये रूठना किसे कहते हैं..!!
मोहोब्बत की राहों में बिखरे पड़े हैं साहिब
हमसे न पूछिये ये टूटना किसे कहते हैं..!!
narazgi teri|sad shayari
Jarh to ukhaad gyi khushiya meri..
Sohneya mere narazgi teri..!!